आँचल समझकर: 12 Sep 2019. September 12, 2019 आँखों में रख लो, काजल समझकर, दिल में रख लो, पागल समझकर, बस अब और क्या, चाहिए मुझे, भर दो इश्क़ से, आँचल समझकर । Read more
अक्सर: 13 Sep 2019 September 12, 2019 अक्सर गुमशुदा चेहरों पर मुस्कान रहती है, जान में जान नहीं हथेली पर जान रहती है। Read more
गलती: 13 sep 2019 September 12, 2019 अक्सर मुझसे ये गलती हो जाती है, बिना आंसुओं के आँख रो जाती है। Read more